चंपई लौट रहे और बाबू लाल मरांडी अब दिल्ली में, झारखंड में बदल रही सियासी तस्वीर में क्या है ट्विवस्ट

ब्लॉकचैन IDOPRESS
Aug 27, 2024

बताया जा रहा है कि बाबूलाल मरांडी दिल्ली आकर बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे और अपना पक्ष रखेंगे.

झारखंड की सियासत में नया मोड

झारखंड में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं,वैसे-वैसे सियासी हलचल भी बढ़ने लगी है. चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में जाने के ऐलान के बाद अब बीजेपी के अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी दिल्ली आ रहे हैं. वहीं चंपई सोरेन दिल्ली से वापस झारखंड लौट रहे हैं. बाबू लाल मरांडी दिल्ली में अपनी पार्टी केबड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे. चंपई सोरेन के बीजेपी में आने को लेकर वह नाराज बताए जा रहे हैं. बता दें कि बाबू लाल मरांडी करीब 12 बजे दिल्ली पहुंचेंगे. सूत्रों से खबर मिली है कि बाबू लाल मरांडी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं.

चंपई सोरेन 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे

झारखंड के पूर्व CM चंपई सोरेन 30 अगस्त को BJP में शामिल होंगे. इसका ऐलान असम के मुख्यमंत्रीहिमंता बिस्वा सरमा ने किया है. इस ऐलान से झारखंड की राजनीति में खलबली मचनी थी,सो मच गई.असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट कर कंफर्म किया था कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन 30 अगस्त को रांची में भाजपा में शामिल होंगे. इसके साथ ही निशिकांत दुबे ने लिखा है कि झामुमो का पूरा सूपड़ा साफ हो गया.

इससे पहले झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन (Champai Soren) ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था. उन्होंने तब कहा था कि वह संघर्ष करेंगे और नई पार्टी को खड़ा करेंगे. साथ ही चंपई सोरेन ने कहा कि अगर इस दौरान रास्ते में कोई दोस्त मिला तो वह उससे हाथ भी मिलाएंगे. इससे लगने लगा था कि शायद वह भाजपा से गठबंधन करेंगे. मगर अटकलों का बाजार फिर भी गरम ही था.

चंपई सोरेन के सियासी दांव पर सस्पेंस खत्म

झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन(Former Chief Minister Champai Soren) के सियासी दांव से दिल्ली से रांची तक हाई सस्पेंस था. जो कि असम सीएम की पोस्ट के साथ खत्म हो गया. पिछले दिनों चंपई के अलावा झारखंड से दूसरे नेता भी दिल्ली पहुंचे थे. तभी से कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे. प्रदेश की इस सियासी उठापठक में गौर करने वाली बात यह है कि सीन से झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी गायब हैं. सियासी गलियारों में चर्चा इसकी भी खूब है.