Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका ने अब अपनी रणनीति बदल दी है. अमेरिका ने यूक्रेन को बारूदी सुरंगें देने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है. ये बारूदी सुरंगें कितनी खतरनाक हैं, डिटेल में जानिए.
अमेरिका ने यूक्रेन को देगा लैंडमाइंस.
दिल्ली:
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia Uraine War) को 1 हजार दिन बीच चुके हैं,लेकिन तनाव अब तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसा लगता है जैसे युद्ध शांति करने के बजाय और भड़काया जा रहा है. रूस के खिलाफ चल रहे युद्ध में अमेरिका यूक्रेन को हमेशा से ही सपोर्ट करता रहा है. वह यूक्रेन को फंड के साथ ही बड़े-बड़े हथियार और टैंक मुहैया करवाता रहा है. अब अमेरिका ने बारूदी सुरंगों (Landmines) की सप्लाई को मंजूरी दे दी है. इससे चिंता बढ़ गई है. यूक्रेन के भीतर एंटीपर्सनल माइंस भेजे जाने की मंजूरी पहली बार ही दी गई है. इसकी निंदा अंतरराष्ट्रीय समुदाय लंबे समय से करता आ रहा है. लेकिन फिर भी जेलेंस्की के देश को लैंड माइंस भेजे जाने का फैसला अमेरिका का एक प्रमुख नीतिगत बदलाव की ओर इशारा कर रहा है.
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फ़ाउंडेशन फ़ॉर डिफेंस ऑफ़ डेमोक्रेसीज़ में सेंटर ऑन मिलिट्री एंड पॉलिटिकल पावर के ब्रैडली बोमन का कहना है कि अमेरिका की इस नई रणनीति से ऐसा लग रहा है कि बाइडेन इस बात से चिंता में हैं कि ट्रंप के सत्ता संभालते ही 20 जनवरी को यूक्रेन को लेकर अमेरिका की नीति कैसे बदलेगी.
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वाशिंगटन इस कदम के जरिए यूक्रेन की तरफ बढ़ रही रूसी सेना को रोकना चाहती है. लेकिन उसकी जमकर आलोचना हो रही है. मैरी वेरेहम के साथ ही लैंडमाइंस पर प्रतिबंध लगाने के अंतर्राष्ट्रीय अभियान ने भी अमेरिका के इस फैसले की निंदा की है. IECBL के डायरेक्टर,तामार गैबेलनिक ने बयान में कहा कि नागरिकों के जीवन और आजीविका पर लैंडमाइंस के उनके विनाशकारी प्रभाव की वजह से ही 1997 की माइन बैन ट्रीटी के तहत इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.