जेलेंस्की ने कहा कि बाद में, यूक्रेन कूटनीतिक तरीके से उन क्षेत्रों को वापस ले सकता है, जो अभी रूस के नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि नाटो के निमंत्रण में यूक्रेन की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं को मान्यता दी जानी चाहिए.
कीव:
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) में यूक्रेन की सदस्यता के बदले में रूस के साथ संघर्ष के 'उग्र चरण' को समाप्त करने की बात कही है. यह जानकारी यूक्रेन की न्यूज एजेंसी इंटरफैक्स ने दी. हालांकि इस पर रूस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार,जेलेंस्की ने कहा,"यदि हम युद्ध की गति को कम करना चाहते हैं,तो हमें यूक्रेन के उस क्षेत्र को,जो हमारे नियंत्रण में है,नाटो की छत्रछाया में लाना होगा. हमें यह काम तेजी से करना होगा."जेलेंस्की ने कहा कि बाद में,यूक्रेन कूटनीतिक तरीके से उन क्षेत्रों को वापस ले सकता है,जो अभी रूस के नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि नाटो के निमंत्रण में यूक्रेन की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं को मान्यता दी जानी चाहिए.
जेलेंस्की ने युद्धविराम पर जोर देते हुए कहा कि इससे यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि रूस यूक्रेनी क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए 'वापस न आए'.जेलेंस्की का यह बयान इन आशंकाओं के बीच आया है कि नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यूक्रेन की दी जाने वाली यूएस मदद को सीमित कर सकते हैं.
बता दें अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के लिए अमेरिकी मदद की बार-बार आलोचना की है. वह दावा करते रहे हैं कि सत्ता में आने पर कुछ ही घंटों में युद्ध विराम करवा सकते हैं. वहीं क्रेमलिन अब तक जेलेंस्की की टिप्पणी पर चुप रहा है.रशियन स्टेट ड्यूमा की अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की ने अपने टेलीग्राम चैनल पर टिप्पणी करते हुए कहा,"मास्को अब पश्चिमी देशों को समझौते की आड़ में कीव को हथियार देने की अनुमति नहीं देगा."
स्लटस्की ने यूक्रेनी राजनेताओं से नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षा को छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि संघर्ष को रोकने का विचार भी 'अस्वीकार्य' है.रविवार को रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सेना ने 2024 की शरद ऋतु तक डोनेट्स्क और लुगांस्क क्षेत्र,जापोरोजे,कुर्स्क और खार्कोव क्षेत्रों में 88 बस्तियों को मुक्त करा लिया है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)