सबरीमाला मंदिर की परंपराओं के अनुसार, पवित्र 18 स्वर्ण सीढ़ियों पर चढ़ने की अनुमति केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को दी जाती है, जिन्होंने 48 दिनों का व्रत पूरा कर सिर पर ईरुमूडी (पवित्र सामग्री से भरा पारंपरिक पोटली) बांधकर मंदिर में प्रवेश किया हो.
फाइल फोटो
कोची:
सबरीमाला अयप्पा मंदिर की पवित्र 18 स्वर्ण सीढ़ियों पर तस्वीर खिंचवाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. इस मामले में केरल हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) श्रीजीत ने इसे पुलिसकर्मियों की "अनजाने में हुई गलती" बताते हुए अदालत से माफी मांगी. उन्होंने कोर्ट को आश्वस्त किया कि दोषी पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
सबरीमाला मंदिर की परंपराओं के अनुसार,पवित्र 18 स्वर्ण सीढ़ियों पर चढ़ने की अनुमति केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को दी जाती है,जिन्होंने 48 दिनों का व्रत पूरा कर सिर पर ईरुमूडी (पवित्र सामग्री से भरा पारंपरिक पोटली) बांधकर मंदिर में प्रवेश किया हो. इस धार्मिक प्रथा और पवित्रता का कड़ाई से पालन किया जाता है.
घटना के प्रकाश में आने के बाद,पुलिस कर्मियों का यह कृत्य मंदिर की परंपराओं का उल्लंघन माना गया,जिससे श्रद्धालुओं में नाराजगी फैल गई. अदालत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.